( Folk goddesses of rajasthan)राजस्थान की लोकदेवियाँ - ABOUT RAJASTHAN

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Friday, April 19, 2019

( Folk goddesses of rajasthan)राजस्थान की लोकदेवियाँ

राजस्थान की लोकदेवियाँ 

करणी माता 

>  करणी माता दुनिया में चूहों की देवी के रूप में जनि जाती है |
>  करणी माता का मंदिर बीकानेर से 35 km दूर देशनोक नामक स्थान           पर है | करणी माता चारण जाती की   कुल देवी है |
>   मारवाड़ तथा बीकानेर के राठोड शासक अपनी कुल देवी  मानते है |
>   राव जोधा जी के रजा बनने के पस्यात जोधपुर के किले की नीव                 करणी माता द्वारा ही डाली गई थी |
>   राव बिका ने करणी माता के आशीर्वाद से ही बीकानेर की नीव                     डाली थी |
>   नवरात्रों में देशनोक में मेला भरता है

karani mata 


> Karani Mata is known in the world as the Goddess of rats.

> Karani Mata's temple is located at Deshnok, 35 km away from Bikaner. Karni Mata Charan is a           total goddess of caste.

> Rathod rulers of Marwar and Bikaner consider their total goddess.

> Rao Jodha ji's proposal to become a raja, the foundation of Jodhpur's fort was cast by the mother.

> Rao Bika had laid the foundation of Bikaner with the blessings of Karani Mata.

> In Navratri, fair is celebrated in Deshnok


केला देवी माता 

>  केला देवी का मंदिर करोली में स्थित है | 
>  केला देवी करोली के यदुवंस कि कुलदेवी है | हर वर्ष यहाँ चेत्र मास की सुकला अस्ठ्मीको त्रिकुट पर्वत की           छोटी पर लकी मेला भरता है |

kela devi mata

>  The temple of Kela Devi is located in Karoli.
>  Kali Devi is Kuldevi, the Yaduvans of Karoli. Every year, here is the Sukla Aththi of Chaitra              Masak, which fills the small fair at the Trikuta Mountains.

शिला देवी 

> शिला देवी का प्रशिद्ध मंदिर आमेर जयपुर में स्थित है
> 16 सदी में आमेर राज्ये के सासक मानसिंह ने पूर्वी बंगाल के विजय के पश्यात इस देवी को आमेर के                   राजभवनो के मध्ये स्थापित किया |

>  Temple of Shila Devi is situated in Amre Jaipur
>  In the 16th century, Sasak Mansingh of Aamer states established this goddess in the Raj Bhavan           of Amer in the pinnacle of East Bengal's victory.

जीण माता 

> जीण माता का मंदिर सीकर जिले के रेवासा गाव में स्थित है |
> जीण माता चोहानो की कुल देवी  है
>  हर्ष पर्वत पर स्थित शिलालेख के अनुसार जीणमाता के मंदिर का निर्माण पृथ्वीराज चोहान 1st  के शासन         काल में करवाया गया था | 

>  Jain Mata's temple is located in the Ravasana village of Sikar district.

>  Jeet Mata Chouhano is the total goddess

>  According to the inscription on Harsh Mountain, the temple of Jeenmata was constructed during          Prithviraj Chauhan 1st rule.


शीतला माता 


>  शीतला माता का प्रशिद्ध मंदिर चाकसू जयपुर में स्थित है |
>  इस देवी की पूजा खंडित मूर्ति के रूप में की जाती है | इस देवी का वाहन गधा तथा पुजारी कुमार होते है |
> चाकसू में प्रतिवर्ष शीतलाष्टमी को शीतलामाता के मेले का आयोजन किया जाता है |

> Pritish Temple of Sheetla Mata is located in Chakusu Jaipur.

> This goddess is worshiped as a fragmented idol. This goddess has a donkey and a Pujari Kumar.

> Shilamatma fair is organized every year in Chakusu.


नारायणी माता 

>  नारायणी माता का मंदिर अलवर की राजगढ तहसील में स्थित है | नारायणी माता नाइयो की कुलदेवी है |
>  नारायणी माता का मंदिर 11 वी सदी में प्रतिहार शेली में निर्मित है |
> ओर मीना जाती भी नारायणी माता को अपनी आर्द्ध्ये देवी मानती है |

> Narayani Mata's temple is located in the rajgarh tehsil of Alwar. Narayani Mata                                    is the Kuldevi of Naiyo.
> The temple of Narayani Mata is built in Pratihar Shelley in the 11th century.
> Meena Jati also considers Narayani mother as her goddess.


छिक माता 

> छिक माता का मंदिर जयपुर में स्थित है | माघ सुधि सप्तमी को छिक माता की पूजा की जाती है |

> Chikh Mata's temple is located in Jaipur. Magha Sudhi Saptami is worshiped on the Mother's Mother.

अम्बिका माता 

> अम्बिका माता का मंदिर जगत udaipur राजस्थान में स्थित है जो सक्ति पीठ कहलाता है | 

> Ambika Mata's temple is located in udaipur Rajasthan, which is called Shakti Peeth.

सकराय माता 

>  सकराय माता का मंदिर सीकर जिले में स्थित है | 
>   सकराय माता खण्डेलवालो की कुलदेवी मानी जाती है | 

> Sakarya Mata's temple is located in Sikar district.
> Sakarya mother is considered Kuldevi of Khandelwala.

सचियाय माता 


> सचियाय माता का मंदिर जोधपुर जिले ओसिया नामक स्थान पर स्थित है |
>  ये ओसवालो की कुलदेवी है 
>  सचियाय माता के मंदिर का निर्माण परमार राजकुमार उपलदेव ने करवाया था |

> Sachyayya Mata's temple is located in a place called Jodhpur district, Oceania.
> It is Kuldevi of Osvallo
> The temple of Sachyayya Mata was built by Parmar Rajkumar Upeldev.









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